ख़ूब बिक रहा सामान अक़्लों – होशियारी मापने का,
इंसानों की बस्ती में आजकल
जो कहीं मिल जाए चश्मा नीयत पहचानने का चश्मा
तो ज़रा हमें भी ख़बर करना
शुभा
ख़ूब बिक रहा सामान अक़्लों – होशियारी मापने का,
इंसानों की बस्ती में आजकल
जो कहीं मिल जाए चश्मा नीयत पहचानने का चश्मा
तो ज़रा हमें भी ख़बर करना
शुभा
3 replies on “”
Bhut khubsurat abhivyakti..
You may like to amend line three….there is a repetetion..
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आभार 🙏🏻🙏🏻
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आप सब ने पसंद किया
🙏🏻🙏🏻🙏🏻आभार
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