बिल्कुल नवनीत जीं स्त्री की अभिव्यक्ति को कई बार उसकी कमतरी या कमज़ोरी मान लिया जाता है और हम स्त्रियाँ सबला बनने की चाह में स्त्री होना भी भूल जाते है कई बार
ईश्वर ने पुरुषों को अलग खूबियों से नवाजा है और स्त्रियों को अलग खूबियों से
दोनों अलग मायनों में नायाब और खूबसूरत हैं ;
ये समाज में दूसरे के जैसा बनने या बराबरी करने की प्रवृत्ति से ऐसा होता है कि हम अपने आप को भी भूलने लगते हैं
आप खास हैं शुभा जी 🤗
बिल्कुल स्त्री पुरुष दोनों ही ख़ास हैं, अलग खूबियाँ हैं लेकिन एक दूसरे की जो अलग-अलग बातें हैं उसका मज़ाक़ उड़ाने की जगह या ताने कसना के स्थान पर “इज़्ज़त “ करना ज़रूरी है
#Respect_the_differences
9 replies on “गुज़र गई है वो”
Speechless.. 😥
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Thanks a lot for understanding the pain and appreciation
It really motivates me
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Shuba I m always with all your painful emotions.. Respect your emotions from bottom of my heart..
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स्त्री होना कोई आसान बात नहीं है आज के समय में
कड़वा सच हमारे समाज का 😓
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बिल्कुल नवनीत जीं स्त्री की अभिव्यक्ति को कई बार उसकी कमतरी या कमज़ोरी मान लिया जाता है और हम स्त्रियाँ सबला बनने की चाह में स्त्री होना भी भूल जाते है कई बार
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ईश्वर ने पुरुषों को अलग खूबियों से नवाजा है और स्त्रियों को अलग खूबियों से
दोनों अलग मायनों में नायाब और खूबसूरत हैं ;
ये समाज में दूसरे के जैसा बनने या बराबरी करने की प्रवृत्ति से ऐसा होता है कि हम अपने आप को भी भूलने लगते हैं
आप खास हैं शुभा जी 🤗
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बिल्कुल स्त्री पुरुष दोनों ही ख़ास हैं, अलग खूबियाँ हैं लेकिन एक दूसरे की जो अलग-अलग बातें हैं उसका मज़ाक़ उड़ाने की जगह या ताने कसना के स्थान पर “इज़्ज़त “ करना ज़रूरी है
#Respect_the_differences
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बिल्कुल सही कहा आपने
इज्जत देंगे तभी तो इज्जत मिलेगी
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धन्यवाद अभिलाषा झा
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